चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

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Chikna Ghada Hona Muhavare ka Arth: चिकना घड़ा होना एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जिसका अर्थ है बेशर्म होना। इसका तात्पर्य यह है कि जिस व्यक्ति पर किसी प्रकार की आलोचना या निंदा का कोई असर नहीं पड़ता, उसे चिकना घड़ा कहा जाता है। ऐसे लोग बेशर्म होते हैं, क्योंकि वे किसी बात से शर्म महसूस नहीं करते हैं। जैसे एक चिकने घड़े पर पानी नहीं टिकता, उसी प्रकार ऐसे लोगों पर किसी की बात नहीं टिकती है।

चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ

चिकना घड़ा होना एक हिंदी मुहावरा है जिसका अर्थ है बेशर्म होना। यह मुहावरा उन लोगों के लिए प्रयोग किया जाता है जो बेशर्म होते हैं और जिन पर किसी भी प्रकार की आलोचना का कोई असर नहीं पड़ता।

चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ अंग्रेजी में

अंग्रेजी में अर्थ: to be shameless

वाक्य प्रयोग

  • वह चिकना घड़ा है, उसको कुछ भी समझाना बेकार है।
  • रामू इतना चिकना घड़ा है कि वह पिताजी को भी अपशब्द कहता है।
  • शिवम किसी की नहीं सुनता, वह चिकना घड़ा है।
  • संजय कोई काम नहीं करता सारा दिन घर पर बैठा रहता है, वह चिकना घड़ा है।
  • मोहक को समझा के कोई फायदा नहीं उसे तो इधर-उधर की बात ही करनी है अरे वह तो चिकना घड़ा है।
  • छोटू को कितना समझाया कि खा लो मगर वह है कि सारे दिन गेम खेलता रहता है, अब क्या करें इस चिकने घड़े का हम

मुहावरे का महत्व

चिकना घड़ा होना मुहावरे का महत्व निम्नलिखित है:

  • यह मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें बेशर्मी से बचना चाहिए।
  • यह मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें अपने कार्यों के लिए जिम्मेदार होना चाहिए।
  • यह मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें दूसरों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।

चिकना घड़ा होना मुहावरे का प्रयोग हम किसी व्यक्ति के बेशर्म व्यवहार को उसके द्वारा की गई गलतियों को न स्वीकार करने के संदर्भ में भी करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति किसी दुर्घटना का कारण बनता है और फिर उससे माफी नहीं मांगता, तो हम कह सकते हैं कि वह चिकना घड़ा है। इसी प्रकार, यदि कोई व्यक्ति किसी पर आरोप लगाता है और फिर उस आरोप के गलत साबित होने पर अपनी गलती नहीं स्वीकार करता है, तो हम कह सकते हैं कि वह चिकना घड़ा है।

निष्कर्ष

चिकना घड़ा होना मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें बेशर्म नहीं होना चाहिए और हमें अपनी गलतियों से सीखना चाहिए। हमें दूसरों की आलोचनाओं पर ध्यान देना चाहिए और अपने आप को सुधारने की कोशिश करनी चाहिए।

चिकना घड़ा होना मुहावरा इस बात पर आधारित है कि एक चिकने घड़े पर कोई भी चीज टिकती नहीं है। वह फिसल कर गिर जाती है। इसी तरह, एक बेशर्म व्यक्ति पर किसी भी प्रकार की आलोचना या सलाह का कोई असर नहीं पड़ता। वह उसे आसानी से टाल देता है।

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