EMI क्या है? तथा EMI कैसे करे?

आज कल कई लोग EMI द्वारा सामान खरीदते हैं क्योंकि EMI लगभग सभी चीजों को फाइनेंस करने में हमारी मदद करता है। EMI के कई लाभ होने के बाद भी कई लोग ऐसे हैं जो यह EMI के भुगतान से संबंधित चीजें नहीं जानते हैं। साथ ही कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें अभी तक EMI के बारे में जानकारी नहीं है। इसलिए आज के इस लेख में हम अपने पाठकों को EMI से संबंधित संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

हम आपको बताएंगे कि EMI kya hai kaise kare? यदि आप भी EMI से संबंधित जानकारी पाना चाहते हैं तो इसलिए को पूरा जरूर पढ़ें।

EMI क्या है? (EMI kya hai kaise kare?)

EMI kya hai kaise kare

EMI एक निर्धारित मासिक भुगतान होता है जो उधार लेने वाला उधार देने वाले को प्रत्येक महीने प्रदान करता है। जब कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से उधार लेता है और वह उस उधार को हर महीने कुछ निर्धारित राशि देकर झुकाता है तो यह प्रक्रिया EMI कहलाती है। EMI को हिंदी में समान मासिक किस्त बोलते हैं। EMI द्वारा जो ऋण चुकाया जाता है उसमें ब्याज और मूल धन जुड़ा होता है। और कुछ वर्षों या महीनों में इसके द्वारा पूरी ऋण राशि का भुगतान कर दिया जाता है। 

उदाहरण के लिए, यदि एक्स वाई से ₹2000 उधार लेता है EMI की प्रक्रिया द्वारा एक्स वाई को हर महीने ₹100 या उससे अधिक रुपए प्रदान करेगा और 2 वर्षों में अपना पूरा उधार हवाई को चुकता कर देगा। इस ₹100 में ब्याज भी शामिल होगा। 

EMI के कारक (Components of EMI)

EMI कई कारकों पर निर्भर करता है – 

मूलधन – एक ऐसी राशि होती है जो व्यक्ति द्वारा उधार ली जाती है। और इस राशि को ब्याज के साथ चुकाना पड़ता है।

ब्याज दर – ब्याज दर राशि होती है जो मूलधन में जोड़ी जाती है। मूलधन की राशि पर निर्भर करता है कि हमें कितना ब्याज चुकाना होगा। ब्याज दर प्रतिशत के रूप में होता है। 

ऋण की अवधि – यह उधार चुकाने की समय सीमा है जो उधारकर्ता और ऋण दाता के बीच सहमति से तय किया जाता है। ऋण कितने वर्षों या महीनों में चुकाया जाना है यह अवधि उधरकर्ता और ऋणदाता के बीच में सहमति से तय किया जाता है। 

प्रारंभ में ब्याज राशि मूलधन से अधिक होती है क्योंकि ऋण की अवधि बढ़ने पर मूल राशि बढ़ने पर ब्याज राशि कम हो जाती है। 

यह भी पढ़ेफोन पे ऐप से लोन कैसे मिलता है?

यह भी पढ़ेपशुपालन लोन कैसे ले?

यह भी पढ़ेधनी एप से लोन कैसे लें?

EMI कैसे कार्य करता है? (How does EMI Work?)

जैसा कि इसकी नाम से ही पता चलता है कि यह मासिक अवधि पर कार्य करता है। EMI में लचीली भुगतान व्यवस्था नहीं होती है। इसमें किसी भी उधार लेने वाले व्यक्ति को सामान रूप से हर महीने समान ऋण राशि का भुगतान करना होता है। EMI प्रक्रिया में व्यक्ति अपनी मनपसंद तरीके से कभी अधिक या कभी कम राशि का भुगतान नहीं कर सकता। EMI प्रक्रिया में व्यक्ति को पहले से ही ब्याज दर और संपूर्ण चुकाने वाली राशि की जानकारी दे दी जाती है।

EMI द्वारा कोई भी व्यक्ति कोई भी सामान आसानी से खरीद सकता है। यदि अभी किसी व्यक्ति के पास एक साथ पैसे देने के लिए नहीं है तो वह व्यक्ति EMI पर सामान खरीद सकता है और हर महीने कुछ सामान राशि झुका कर अपने ऋण का भुगतान कर सकता है। 

EMI ऋण के समान कार्य करती है जिस पर उधार करता को ब्याज देना पड़ता है। यदि पधार करता किसी महीने में अपना EMI नहीं भर पाता है तो अगले महीने उसे इसके लिए अलग से फीस भी देनी पड़ती है। 

EMI को कैसे कैलकुलेट किया जाता है? (How to Calculate EMI)

EMI कैलकुलेट करने के लिए Flat Rate Method का उपयोग किया जाता है।

इस विधि में सबसे पहले तय किया जाता है कि उधार ली हुई राशि पर कितना ब्याज दर होगा और व्यक्ति कितने समय अवधि में ऋण को चुका सकता है। उसके बाद मूल राशि में लगने वाले ब्याज को एक साथ जोड़ा जाता है। उसके बाद उस जोड़ को भुगतान अवधि से विभाजित कर दिया जाता है। विभाजित करने के बाद जो राशि आती है उसी राशि का भुगतान उधार करता को हर महीने करना होता है। 

उदाहरण, मान लीजिए आपने किसी व्यक्ति से ₹40000 उधार लिए हैं और आप इस राशि को 2% ब्याज पर 1 साल में चुकाने के लिए तैयार होते हैं। 

सबसे पहले 40000 में 2% ब्याज को जोड़ा जाएगा। जोड़ने पर इसका उत्तर 40800 होगा। 

उसके बाद 40800 को 12 से विभाजित कर दिया जाएगा जिसका उत्तर 3400 होगा। इसका यह है कि मुझे हर महीने उस व्यक्ति को 3400 की राशि का भुगतान करना होगा। 

1 साल में 12 महीने होते हैं इसलिए 40800 को 12 से विभाजित किया गया। यदि यह अवधि 2 साल की होती तो 40800 को 24 से विभाजित किया जाता।  

Principal amount (in Rs)40 thousand
Interest rate 2%
Tenure (in months)12
EMI payable (in Rs)3,400

यह भी पढ़ेNIRA App Se Loan Kaise Le

यह भी पढ़ेMachli Palan Loan Yojna के लिए आवेदन कैसे करें

यह भी पढ़ेPaySense App Se Loan kaise Le 

EMI में विभिन्न प्रकार के ऋण ब्याज दरें (Different Types of Interest rates of EMI)

EMI में ब्याज दरें दो प्रकार की होती है जो कि इस प्रकार है – 

निश्चित ब्याज दर (Fixed Intrest Rate) – 

इस ब्याज दर में ऋण चुकाने की पूरी अवधि में ब्याज दर समान रहती है, जिसके कारण पूरी अवधि के दौरान EMI की राशि भी समान होती है। निश्चित ब्याज दर रोटी ब्याज दरों की अपेक्षा कुछ प्रतिशत अधिक होता है क्योंकि इसमें पूरी अवधि में ब्याज में कोई बदलाव नहीं किया जाता।

जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है निश्चित ब्याज दर में ब्याज हमेशा निश्चित होता है जिसमें कोई भी बदलाव नहीं किया जा सकता।

अस्थाई या परिवर्तनशील ब्याज दर (floating or variable interest) 

अस्थाई ब्याज दर निश्चित ब्याज दर के ठीक विपरीत होती है। इसमें पूरी समय अवधि में ब्याज बदलती रहती है। यदि उधार करता अस्थाई ब्याज दर को चुनते हैं तो उन्हें किसी महीने में कम ब्याज दर भी चुकाना पड़ सकता है और किसी महीने में अधिक ब्याज दर चुकाना पड़ सकता है। फ्लोटिंग ब्याज दर उधार देने वाली संस्था पर निर्भर करती है। 

इस तरह कुछ निश्चित स्थिति में लोन चुकाने की समयावधि के दौरान EMI बदल भी सकती है। 

यह भी पढ़ेMoneyTap App Se Loan Kaise Le

यह भी पढ़ेStartup India से Loan कैसे लें?

EMI calculator क्या है? (What is EMI Calculator)

EMI कैलकुलेटर एक प्रकार का ऑनलाइन टोल है जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपना EMI ज्ञात कर सकता है। यह यह टूल भी तीन घटकों पर आधारित होता है – ऋण अवधि ब्याज दर और ऋण राशि। 

EMI कैलकुलेटर द्वारा आप अपने EMI राशि की गणना कर सकते हैं जो आपको हर महीने ऋण दाता को चुकानी है।

EMI कैलकुलेटर के माध्यम से आप अलग-अलग ब्याज दरों पर भी ऋण राशि की गणना कर सकते हैं और अपना बजट तय कर सकते हैं। 

EMI द्वारा सामान कैसे खरीदें?  (How to buy stuffs through EMI) 

EMI द्वारा सामान खरीदना बहुत ही आसान है पुलिस स्टाफ आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से EMI पर सामान खरीद सकते हैं। EMI पर किसी भी तरह का सामान जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स घरेलू सामान कपड़े इत्यादि खरीदे जा सकते हैं।

EMI द्वारा सामान खरीदने के लिए आपके पास क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड होना आवश्यक है। यदि आपके पास डेबिट या क्रेडिट कार्ड है तो आप आसानी से सामान को खरीद पाएंगे और अपना EMI चुका पाएंगे।

यदि आप क्रेडिट कार्ड द्वारा EMI का भुगतान करते हैं तो आपको ब्याज दर कम चुकानी होगी। जब भी आप ऑनलाइन कोई सामान खरीदते हैं तो आपको Payment Method में EMI के विकल्प पर क्लिक करना है, क्लिक करते ही आपके सामने EMI के भुगतान से संबंधित कई सारे विकल्प सामने आ जाएंगे जिसमें से आप अपना पसंदीदा विकल्प चुन सकते हैं। इसके बाद आप अपना क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड के द्वारा EMI का भुगतान कर सकते हैं। आपके बैंक से हर महीने अपने आप ही EMI कटती जाएगी।

यह भी पढ़ेस्कूल खोलने के लिए लोन कैसे लें?

यह भी पढ़ेमहिला ग्रुप लोन कैसे ले?

यह भी पढ़ेघर बनाने के लिए लोन कैसे लें?

यह भी पढ़ेसूअर पालन लोन स्कीम

यह भी पढ़ेखेती की जमीन पर लोन कैसे ले?

यह भी पढ़ेपैन कार्ड से लोन कैसे ले?

FAQ

EMI का फूल फॉर्म क्या है?

EMI का फूल फॉर्म  Equated Monthly Installment है।

EMI कितने प्रकार की होती है?

EMI दो प्रकार की होती है।
1- Pre EMI
2- Regular EMI

EMI नहीं चुकाने पर क्या होता है?

Ans- अगर आप किसी भी कारण वश EMI नहीं चुका पाते हैं। तो ऋण समझौते के उलंघन के कारण आपके ऊपर कानूनी कार्रवाई भी कि जा सकती है। इसके अलावा आपके credit rating को भी downgrade किया जा सकता है। ऐसे में आपको भविष्य में पैसे उधार लेने में काफी कठिनाई होगी। 

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको बताया कि EMI kya hai kaise kare? उम्मीद है कि आप को इस लेख के माध्यम से यह EMI से संबंधित सभी तरह की जानकारियां मिल पाई होंगी। यदि आपको इस लेख से संबंधित कोई प्रश्न पूछना हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं।

यह भी पढ़ेदुकान के लिए लोन कैसे लें?

यह भी पढ़ेNavi App से लोन कैसे लें?

Leave a Comment