क्या आपको पता है Cycle का आविष्कार किसने किया था?

Cycle का आविष्कार किसने किया | cycle ka avishkar kisne kiya tha: आज पूरी दुनिया वायु प्रदूषण से जूझ रही है। क्योंकि आज के वाहन petrol और diesel से चलते हैं, जो हवा को प्रदूषित करते हैं। वहीं cycle एक ऐसा साधन है जिसके इस्तेमाल से पर्यावरण प्रदूषित नहीं होता और इसके इस्तेमाल से सेहत को भी फायदा होता है। हालांकि, अब electronic वाहन भी आ गए हैं, जिससे किसी भी तरह का वायु प्रदूषण नहीं होता है। 

क्या आपने कभी cycle का इस्तेमाल किया है? आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि cycle का आविष्कार किसने किया। आज के इस लेख में हम इससे संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे। चलिए जानते हैं कि cycle का आविष्कार किसने किया? 

Cycle का आविष्कार किसने किया?

cycle ka avishkar kisne kiya tha

अब इस समय बैटरी से चलने वाली cycle बनाई जा रही हैं। साइकिल के इस्तेमाल से हमारा पर्यावरण भी साफ रहता है। क्योंकि साइकिल से pollution नहीं होता है। एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए cycle एक अच्छा साधव है। और साइकिल चलाने से हमारे शरीर को होने वाले फायदे भी बहुत होते हैं।

अगर आप नहीं जानते कि cycle का आविष्कार किसने किया था, तो बता दें कि साइकिल का आविष्कार कार्ल वॉन ड्रैस ने 1817 में यानि करीब 200 साल पहले किया था। वह जर्मनी के वन विभाग में अधिकारी थे। यूरोप के ये Biedemiers कल के प्रसिद्ध आविष्कारक थे, यह साइकिल पूरी तरह से लकड़ी से बनी थी। इसका वजन 23 किलो था।

Cycle से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य

  • साइकिल की रोलर चेन का आविष्कार इंग्लैंड के मैनचेस्टर के रहने वाले hens renald ने किया था।
  • 1895 में ब्रिटेन में 800,000 से अधिक साइकिलों का निर्माण किया गया था।
  • 1895 में संयुक्त राज्य अमेरिका में 11,00,000 से अधिक साइकिलों का निर्माण किया गया था।
  • भारत में साइकिल का निर्माण 1942 में शुरू हुआ। ‘हिंद साइकिल’ साइकिल कंपनी की स्थापना भारत के एक शहर mumbai में हुई थी।

Cycle कितने प्रकार की होती हैं?

एमटीवी साइकिल (MTV cycle) 

इस साइकिल के दोनों tyre काफी मोटे हैं। आप इसे उबड़-खाबड़ रास्तों पर भी चला सकते हैं। इसमें आगे slip और disk brick भी आते हैं।

हाइब्रिड साइकिल (hybrid cycle) 

यह साइकिल off road और on road दोनों पर चलती है। लेकिन यह बहुत खराब सड़कों पर नहीं चलती है। इसमें एमटीवी साइकिल की तुलना में अधिक गति है और यह बहुत अधिक सुचारू रूप से चलती है। इसलिए यह साइकिल एमटीवी साइकिल से ज्यादा महंगी है।

सड़क या शहर की साइकिल (city bike) 

इस साइकिल के tyre एमटीवी और hybrid cycle की तुलना में काफी पतले हैं। यह साइकिल सड़क पर ही चलती है। खराब सड़क पर इसका rim मूडी भी हो सकता है। इस साइकिल का इस्तेमाल racers करते हैं। यह साइकिल बहुत हल्की है, और इसकी गति बहुत अधिक है।

Cycle का आविष्कार कब और कैसे हुआ?

आपको बता दें कि साइकिल के आविष्कार के पीछे एक कहानी है। 1815 में माउंट तंबोरा पर ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था। यह पर्वत indonesia में स्थित है। इस विस्फोट के बाद आसमान राख से ढक गया। इसका सबसे ज्यादा असर उत्तरी गोलार्ध के देशों में हुआ। 

इसके अलावा आसपास के सभी देशों में temperature में गिरावट देखी गई। उत्तरी गोलार्ध में भुखमरी जैसी समस्या शुरू हो गई, कई पालतू जानवरों की मौत हो गई। अब ऐसे में किसी के पास माल ढोने का कोई साधन नहीं था। इन सभी समस्याओं को हल करने के लिए cycle का आविष्कार किया गया था।

पहली साइकिल लकड़ी का उपयोग करके बनाई गई थी। इस cycle में किसी प्रकार का कोई pendal और जंजीर नहीं थी। इस साइकिल को हाथ से धक्का देकर चलाया गया था। इसका एक ही हैंडल था, जिससे इसे route के हिसाब से fold किया जा सकता था। 

इस साइकिल का वजन लगभग 23 किलोग्राम था, कार्ल वॉन ड्रैस ने 12 जून 1817 को जर्मनी में मैनहेम और राइनाउ के बीच साइकिल चलाकर अपनी साइकिल की खोज को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया। इस प्रदर्शन में साइकिल द्वारा तय की गई कुल दूरी 7 किमी थी, जिसे तय करने में 1 घंटे से अधिक समय लगा।

भारत में साइकिल कब आई?

वर्ष 1910 में, ब्रिटिश सरकार ने लगभग 35,000 साइकिलों को भारत लाने और भेजने का आदेश दिया। भारत में साइकिल इंग्लैंड द्वारा पेश की गई थी। इसी का समर्थन करते हुए वर्ष 1942 में बड़े पैमाने पर पहली cycle बनाई गई। पहली cycle कंपनी मुंबई शहर में शुरू की गई थी और इन साइकिलों को hind cycle नाम दिया गया था।

1947 के बाद जब भारत में देश आजाद हुआ तो cycle ने हमारे देश की economic development में अहम भूमिका निभाई। साइकिल 1960 से 1990 तक भारत में बहुत famous वाहन था। सब्जी और फलों को किसान के खेतों से गांव के बाजार तक साइकिल से पहुंचाया जाता था। 

उस समय डाकघर से बड़ी संख्या में letters साइकिल से ही ले जाया जाता था। देखा जाए तो आज भी गांव के हर घर में cycle का इस्तेमाल मिल जाएगा। आज के आधुनिक युग में भी लोग स्वस्थ रहने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करते हैं।

वर्तमान cycle का आविष्कार कब हुआ था? 

साइकिल का आविष्कार जर्मन वन अधिकारी कार्ल वॉन ड्रैस ने किया था, उन्होंने बिना पैडल वाली cycle बनाई थी। इसके बाद दुनिया की पहली पैडल साइकिल साल 1863 में एक फ्रांसीसी मैकेनिक पियरे लेलेमेंट ने बनाई थी, जो अगले पहिये में पैडल मार कर चला गया था।

आज की साइकिल में बीच में पैडल होता है, जो पीछे के पहिये से एक chain से जुड़ा होता है और इस तरह का design कई प्रयोगों के बाद आया, यह आज की तरह दिखने वाली साइकिल की marketing करने के लिए पहली बार वर्ष 1885 में जॉन कैंप था। में लाए गए थे।

FAQ

Cycle को संस्कृत में क्या कहते हैं?

Cycle को संस्कृत में द्विचक्रिका कहते हैं।

दुनिया की सबसे महंगी साइकिल

दुनिया की सबसे महंगी साइकिल का नाम है ट्रेक बटरफ्लाई मैडॉन और इसकी कीमत करीब 5 मिलियन डॉलर है।

साइकिल का हिंदी नाम क्या है?

चक्र का हिंदी नाम द्विचक्रिका, दिवचक्र वाहिनी है।

भारत में साइकिल कब आई?

भारत में पहला cycle 1942 में आया था।

निष्कर्ष

हमें यकीन है कि आपको हमारे लेख cycle का आविष्कार किसने किया से काफी जानकारी मिली होगी। हम आपको इसी तरह नए लेखों के माध्यम से संबोधित करते रहेंगे। हमारे लेख में अंत तक हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई है तो इसे अपने फैमिली और फ्रेंड्स के साथ जरूर शेयर करें। 

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