शब्द क्या होता है? (Shabd kise kahte hain)

आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि शब्द क्या होता है (Shabd kise kahte hain) यदि आप शब्द की परिभाषा जानना चाहते हैं और शब्द रचना को विस्तार पूर्वक समझना चाहते हैं तो आज का हमारा यह article आपके लिए ही है।

तो फिर चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं शब्द क्या होता है और सब के कितने प्रकार होते हैं – 

शब्द क्या होते हैं? (Shabd kise kahte hain)

किसी भी भाषा को बोलने के लिए तथा लिपि को लिखने के लिए शब्दों का प्रयोग होता है। शब्दों के बिना कोई भी भाषा अर्थहीन है। कोई व्यक्ति किसी भी भाषा को सीखने के लिए सबसे पहले उसकी सबसे छोटी कड़ी यानि कि शब्द सीखता है। शब्दों से वाक्य रचना की जाती है जिसके माध्यम से व्यक्ति अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करता है। शब्दों के बारे में एक बात यह है भी है की शब्द स्थाई नहीं होते बल्कि परिवर्तनशील होते हैं। जैसे कि पुराने समय में इस्तेमाल किए जाने वाले अधिकतर शब्द हम आज के समय में रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल नहीं करते। 

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है जिससे समाज में अपने विचारों को आदान प्रदान करने की आवश्यकता पड़ती है, इसके लिए वह भाषा का इस्तेमाल करता है और और भाषा शब्दों के सम्मेलन से बनती है। 

शब्द की परिभाषा

एक या उससे अधिक वर्णों से बनी स्वतंत्र को ध्वनि को शब्द कहा जाता है। 

दो या उससे अधिक वर्णों के मिलन से शब्द की रचना होती है लेकिन इस शब्द का कुछ अर्थ भी होना चाहिए। तभी वह शब्द पूर्ण अभिव्यक्ति करने में सक्षम हो पाता है। 

शब्द के प्रकार

शब्द को गहराई से जानने के लिए इसके 5 प्रकारों को विस्तार पूर्वक जाने ना महत्वपूर्ण है। इसके 5 प्रकार हैं –

  • अर्थ की आधार पर शब्द के प्रकार
  • प्रयोग के आधार पर शब्द के प्रकार
  • इतिहास के आधार पर शब्द के प्रकार
  • रचना के आधार पर शब्द के प्रकार
  • व्याकरणिक प्रकार्य के आधार पर शब्द के प्रकार

आइए अब हम इन सभी प्रकारों के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं 

अर्थ के आधार पर शब्द के प्रकार

अर्थ के आधार पर भी शब्दों को चार भागों में विभाजित किया गया है –

  • एकार्थी शब्द
  • अनेकार्थी शब्द
  • विलोम शब्द
  • समानार्थी शब्द

एकार्थी शब्द – ऐसे शब्द जिनका केवल एक ही अर्थ होता है उन्हें एकार्थी शब्द कहते हैं। एकार्थी शब्द मुख्य तौर पर व्यक्तिवाचक संज्ञा में प्रयोग किए जाते हैं। उदाहरण – राम, श्याम, सीता, गीता, महेश, सुरेश यह सभी व्यक्तियों के नाम हैं जिनका केवल एक ही अर्थ होता है। 

अनेकार्थी शब्द – ऐसे शब्द जिन के अनेक अर्थ होते हैं उन्हें अनेकार्थी शब्द कहा जाता है। उदाहरण – लायक, पीड़ा, शरीर, माया, मोक्ष इत्यादि। 

विलोम शब्द – किसी भी शब्द के उलटे या फिर विपरीत शब्द को विलोम शब्द कहते हैं। उदाहरण सुख का विलोम शब्द होता है दुख, खुशी का विलोम शब्द होता है दुखी , जीवन का विलोम शब्द होता है मरण। 

समानार्थी शब्द – यह शब्द ऐसे होते हैं जो कि समान अर्थ प्रकट करते हैं जैसे कि फूल, पुष्प, सुमन, कुसुम आदि, पानी, जल, पेय, नीर आदि।

प्रयोग के आधार पर शब्द के प्रकार

प्रयोग के आधार पर शब्दों को निम्नलिखित रुप में विभाजित किया गया है –

  • सामान्य शब्दावली के शब्द
  • तकनीकी शब्दावली के शब्द
  • अर्ध तकनीकी शब्दावली के शब्द

सामान्य शब्दावली के शब्द

आमतौर पर बोलचाल में इस्तेमाल की जाने वाली भाषा अर्थात दैनिक जीवन के शब्दों को सामान शब्दावली कहते हैं। यह सामान्य शब्द होते हैं जिनका इस्तेमाल अधिकतर लोग अपने विचारों का आदान प्रदान करने के लिए करते हैं जैसे कि– खाना, पीना, सोना, जागना, इत्यादि।  

तकनीकी शब्दावली के शब्द

तकनीकी शब्दावली के शब्द विज्ञान संबंधी होते हैं। इनका इस्तेमाल विज्ञानिक की विचारों का आदान प्रदान करने के लिए किया जाता है। किसी वस्तु को विज्ञान में किस नाम से जाना जाता है यह वह शब्द होते हैं। जैसे कि आमतौर पर जिसे हम शिमला मिर्ची के नाम से जानते हैं उसका वैज्ञानिकी शब्द कैप्सिकम एनम है। यह याद करने में तथा उच्चारण करने में थोड़े कठिन होते हैं। 

अर्थ तकनीकी शब्दावली के शब्द

यह से शब्द होते हैं जिनका इस्तेमाल हम तकनीकी भाषा तथा दैनिक भाषा दोनों में करते हैं। 

इतिहास के आधार पर शब्द के प्रकार

कोई भी शब्द शब्द कैसे बना तथा किसी भाषा में सम्मिलित कैसे हुआ इसके पीछे एक बहुत गहरा इतिहास होता है। हर शब्द का अपना एक इतिहास होता है। किसी भी भाषा का शब्द यदि दूसरे समुदाय के लोगों के बीच प्रचलित होने लगता है तो लोग उसे अपनी भाषा में शामिल कर लेते हैं। जैसे कि हिंदी का शब्द घी। घी को परिभाषित करने के लिए अंग्रेजी में कोई शब्द नहीं है इसलिए अंग्रेजी भाषा में तथा विदेशों के बीच घी को घी ही कहा जाता है। इसी तरह से अंग्रेजी के भी ऐसे कई सारे शब्द हैं जिसे हम हिंदी भाषी अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में बोलते हैं जैसे कि sorry, thank you इत्यादि। 

रचना के आधार पर शब्द के प्रकार

रचना के आधार पर शब्द के तीन प्रकार हैं जो कि निम्नलिखित हैं – 

  • रूढ़ शब्द
  • योगिक शब्द
  • योगरूढ़ शब्द

रूढ़ शब्द – रूढ़ शब्द ऐसे शब्द होते हैं जिनका निर्माण दूसरे शब्दों के आधार पर नहीं किया जाता। यह शब्द अकेले होते हैं। इन शब्दों को खंडित किया जाना असंभव होता है। उदाहरण – काम, ऊंट, रेत, पानी इत्यादि। 

योगिक शब्द – योगिक शब्द वह शब्द होते हैं जिनका निर्माण दो या दो से अधिक शब्दों के योग से होता है। ऐसे शब्दों का विभाजन करके आपको दो सार्थक शब्द मिलेंगे क्योंकि यह शब्द दो शब्दों के संधि से बनाए जाते हैं। जैसे कि श्वेत करण यह 2 शब्दों के जोड़ से बना है श्वेत और कण।

योगरूढ़ शब्द – जब योगिक शब्द किसी विशेष प्रकार अभिव्यक्त करते हैं तो यह योगरूढ़ शब्द बन जाते हैं। उदाहरण: मुरलीधर अर्थात मुरली धारण करने वाला। 

व्याकरणिक प्रकार्य के आधार पर शब्द का प्रकार

व्याकरण के बिना भाषा का कोई महत्व नहीं होता। व्याकरण बिना किसी भी भाषा को समझ पाना असंभव है। हिंदी भाषा में भी व्याकरण के आधार पर भाषा को वर्गीकृत किया गया है इसके दो प्रकार हैं –

विकारी – विकारी शब्दों में लिंग, वचन, संज्ञा, सर्वनाम, कारक, काल, विशेषण और क्रिया इत्यादि आते हैं। 

अविकारी – अविकारी शब्दों में किसी भी प्रकार का परिवर्तन संभव नहीं होता है इसमें क्रिया विशेषण, संबोधन, समुच्चयबोधक, विस्समयबोधक इत्यादि का समावेश होता है।

FAQ

शब्द किसे कहते हैं?

एक या उससे अधिक वर्णों से बनी स्वतंत्र ध्वनि को शब्द कहा जाता है।

अर्थ के आधार पर शब्द के कितने प्रकार होते हैं?

अर्थ के आधार पर शब्द के चार प्रकार होते हैं एकार्थी शब्द, अनेकार्थी शब्द, विलोम शब्द, समानार्थी शब्द।

रचना के आधार पर शब्द के कितने प्रकार होते हैं?

रचना के आधार पर शब्द के तीन प्रकार होते हैं रूढ़ शब्द, योगरूढ़ शब्द, योगिक शब्द। 

निष्कर्ष 

आज का हमारा यह लेख यहीं पर समाप्त होता है। आज के इस लेख में हमने आपको शब्द क्या होते हैं (Shabd kise kahte hain) तथा इसके प्रकारों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

उम्मीद करते हैं, कि इस लेख में दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आप इसे अवश्य अपने दोस्तों के साथ share करेंगे। Article से संबंधित प्रश्न या सुझाव आप comment section के माध्यम से हम तक पहुंचा सकते हैं। 

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