आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की GDP का फुल फॉर्म क्या है? GDP Full Form in Hindi, साथ ही GDP से जुडी सारी जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान करेंगे ताकि आपको GDP Full Form In Hindi पता चल सके.
GDP क्या है?
GDP देश में सभी लोगों और कंपनियों द्वारा उत्पादित हर चीज का कुल मूल्य है। GDP का प्रयोग किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को मापने के लिए किया जाता है। GDP के जरिए देश के कुल उत्पाद को मापा जा सकता है।
GDP का फुल फॉर्म क्या है? GDP Full Form in Hindi
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GDP की Full Form “Gross Domestic Product” है, जिसे हिंदी में सकल घरेलू उत्पाद कहा जाता है।
Ideal GDP दर
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि आदर्श GDP विकास दर सालाना 2% से 3% के बीच होनी चाहिए। GDP का बढ़ना या घटना अर्थव्यवस्था में वृद्धि या गिरावट का संकेत देता है।
Research and Ratings Firm Care Ratings के अर्थशास्त्री Sushant Hegde के अनुसार GDP ठीक वैसी ही है, जैसे ‘किसी Student की Marksheet’ होती है।
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GDP का किसी देश के आर्थिक विकास पर क्या प्रभाव पड़ता है?
किसी भी देश की सीमाओं के भीतर उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं का बाजार मूल्य यह तय करता है कि उस देश की आर्थिक स्थिति कैसी है?
यदि इनका मूल्य अधिक है तो देश में अधिक विदेशी मुद्रा आएगी, जिससे देश के विकास की गति तेज होगी और यदि उस देश में उत्पादित वस्तुओं की Value कम है तो उस देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं मानी जाती।
GDP कितने प्रकार की होती है?
GDP दो तरह की होती है:
Nominal GDP
Real GDP
Nominal GDP सभी आंकड़ों की मौजूदा कीमतों को जोड़ा जाता है, लेकिन Real GDP में महंगाई के असर को भी शामिल किया जाता है।
Real GDP को अर्थशास्त्रियों द्वारा Nominal GDP की तुलना में आर्थिक उत्पादन का अधिक सटीक माप माना जाता है। क्योंकि Real GDP को Dollar के संदर्भ में Report किया जाता है जबकि Nominal GDP में बड़े आंकड़े संकेत दे सकते है कि अर्थव्यवस्था बढ़ रही है या इसका मतलब यह हो सकता है कि Cost बढ़ रही है।
Real GDP की गणना GDP डिफ्लेटर द्वारा Nominal GDP को Divide करके की जाती है।
GDP डिफ्लेटर BEA द्वारा प्रदान किया जाता है और आधार वर्ष, जो वर्तमान में 2022 है, से प्रतिशत परिवर्तन के रूप में मुद्रास्फीति या अपस्फीति को मापता है।
उदाहरण के तौर पर
2021 के अंत में अमेरिका में Nominal GDP 21.7 Trillion Dollar थी और GDP डिफ्लेटर 112.950 था। Real Gross Domestic Product की गणना इस प्रकार करते है:
वास्तविक GDP = $21.7 Trillion/ 1.1295 = $19.2 Trillion
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GDP शब्द का पहली बार प्रयोग
GDP शब्द का पहली बार प्रयोग अमेरिकी अर्थशास्त्री साइमन ने 1935-44 के दौरान America में किया था। जब साइमन ने इस Term के साथ अमेरिकी कांग्रेस में GDP शब्द को परिभाषित किया, तब IMF यानी International Monetary Fund ने इस Term को Use किया था।
GDP के प्रमुख घटक
कृषि, उद्योग और सेवाएं GDP के तीन प्रमुख घटक है। इन क्षेत्रों में Production में औसत वृद्धि या कमी के आधार पर GDP दर तय की जाती है।
GDP की गणना कैसे की जाती है?
GDP = निजी खपत + सकल निवेश + सरकारी निवेश + सरकारी व्यय + (निर्यात – आयात) GDP
सकल घरेलू उत्पाद (कुल घरेलू उत्पाद) = खपत + कुल निवेश
In Short,
GDP = C + I + G + (X – M)
C – Private consumption
I – Gross investment
G – Government investment
X – Exports
M – Import
C का Meaning है – खपत
(राष्ट्र अर्थव्यवस्था के भीतर सभी निजी उपभोक्ता खर्च)
I का Meaning है – देश के निवेश का योग
G का Meaning है – कुल सरकारी व्यय
X का Meaning है – देश का कुल निर्यात
M का Meaning है – देश का कुल आयात उपभोग (Consumption)
उपभोग से मतलब उस राशि से है जो व्यक्ति द्वारा उपयोग की जाने वाली वस्तुओं जैसे कि किराया, भोजन, चिकित्सा व्यय आदि के लिए खर्च की जाती है, इसमें नया घर शामिल नहीं है।
सकल निवेश (Gross Investment) का अर्थ देश की सभी संस्थाओं द्वारा देश में किए गए कुल व्यय की गणना की जाती है।
उदाहरण के लिए
मान लीजिए इंडिया में केवल एक ही चीज बनती है, Pen
और अगर 1 साल में 100 Pens का निर्माण होता है और एक Pen की कीमत है 10 रुपए, तो India की GDP हुई -: 100*10 = 1000
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GDP को कितने प्रकार से परिभाषित किया जा सकता है?
GDP को तीन प्रकार से परिभाषित किया जा सकता है:
पहला, यह एक निश्चित समय अवधि में (आम तौर पर 365 दिन का एक वर्ष) एक देश में उत्पादित सभी अंतिम माल और Services के लिए किए गए कुल व्यय के Equal है।
दूसरा, यह एक देश के भीतर एक अवधि में सभी उद्योगों के द्वारा उत्पादन की प्रत्येक अवस्था (मध्यवर्ती चरण) पर कुल वर्धित मूल्य और उत्पादों पर सब्सिडी रहित कर के योग के बराबर है।
तीसरा, यह एक समयावधि में देश में उत्पादन से उत्पन्न आय के योग के बराबर है।
GDP की गणना के लिए विभिन्न दृष्टिकोण इस प्रकार है:
उत्पादन दृष्टिकोण
आय दृष्टिकोण
व्यय दृष्टिकोण
GDP कम या ज्यादा होने का जनता पर असर
GDP का असर आम जनता पर भी पड़ता है। अगर GDP के आंकड़े अच्छे नहीं है, GDP दर कम है तो इसका मतलब देश में आर्थिक संकट है।
अगर GDP कम है, तो लोगों की Average Income भी कम होगी। इससे ज्यादा लोग गरीबी रेखा के नीचे आ जाएंगे, लोगों को नौकरियां कम मिलेगी, कम Profit के कारण Companies अपने Employees को Job से निकालना शुरू कर देगी जिससे लोगों की Savings और Investments भी कम हो जाएगा।
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भारत में GDP की गणना कौन करता है?
भारत में GDP मापने का कार्य केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (Central Statistics Office) करता है, जोकि Ministry of Statistics and Program Implementation (सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय) के अंतर्गत आता है।
इसका मुख्य कार्य Data Collect करना और सांख्यिकी Record Maintain करना है।
GDP की गणना साल में चार बार यानि हर तिमाही में की जाती है।
GDP का Data कहां से इकठ्ठा किया जाता है?
GDP का Data Main 8 Sectors से Collect किया जाता है।
कृषि, मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रिसिटी, गैस सप्लाई, माइनिंग, क्वैरीइंग, वानिकी और मत्स्य, होटल, कंस्ट्रक्शन, ट्रेड और कम्युनिकेशन, फ़ाइनेंसिंग, रियल एस्टेट और इंश्योरेंस, बिजनेस सर्विसेज़ और कम्युनिटी, सोशल और सार्वजनिक सेवाएँ।
हालाँकि, GDP में कई Sectors को Cover किया जाता है ताकि Economy की Growth का सही आंकलन किया जा सके लेकिन यह अभी भी हर चीज़ को कवर नहीं करती, इसमें असंगठित क्षेत्र की स्थिति का पता नहीं चलता है।
वरिष्ठ अर्थशास्त्री Professor Arun Kumar कहते है, “GDP Data में असंगठित सेक्टर को शामिल नहीं किया जाता है जिसका देश के रोज़गार में 94% का दायित्व है”
GDP की विशेषताएँ क्या है?
Real Gross Domestic Product(GDP) Dollar में व्यक्त मुद्रास्फीति या अपस्फीति के लिए समायोजित देश में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का एक उपाय है।
अर्थशास्त्री Real GDP को ही पसंद करते है और ज्यादा सही मानते है क्योंकि यह उत्पादन वृद्धि की अधिक सटीक तस्वीर पेश करती है और मूल्य परिवर्तनों को भी समायोजित करती है।
Real GDP के प्रति बाजार और सरकारों की प्रतिक्रियाएं – ब्याज दरों या करों में बदलाव – व्यक्तियों को और उनके निवेश निर्णयों को प्रभावित कर सकते है।
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GDP गणना में क्या शामिल नहीं है?
पुरानी कारों की बिक्री।
गैर-विपणन योग्य सामान और सेवाएं।
भूमिगत गतिविधियां।
प्रयुक्त कार और थ्रिफ्ट स्टोर की वस्तुओं की बिक्री।
वित्तीय लेनदेन जैसे मौजूदा परिसंपत्तियों का व्यापार, या Stock या Bond खरीदना।
स्थानांतरण भुगतान: इसमें सरकारी या निजी हस्तांतरण भुगतान शामिल नहीं है जेसे: सामाजिक सुरक्षा लाभ या बच्चे के भत्ते।
अवकाश क्योंकि आराम की कोई कीमत नहीं होती, इसलिए इसे GDP में शामिल नहीं किया जाता है।
सामाजिक लागत जैसे: प्रदूषित हवा और पानी में खराब वायु गुणवत्ता, तेल रिसाव को साफ करने या कैंसर रोगियों के इलाज के लिए पैसा खर्च नहीं किया जाता है, तो उन खर्चों को GDP में नहीं जोड़ा जाता है।
GDP क्या दर्शाती है?
GDP एक अर्थव्यवस्था के आर्थिक प्रदर्शन का एक बुनियादी माप है।
GDP से पता लगाया जा सकता है कि देश की प्रगति किस गति से हो रही है।
अगर GDP कम है तो इसका मतलब देश में उत्पादन कम हो रहा है। देश का विकास कब हो रहा है।
GDP का महत्व
Research से मिलने वाले Data के अनुसार सरकार GDP के मजबूत करने के उपाय जानने की कोशिश करती है।
GDP की मदद से अर्थव्यवस्था के सभी खर्चों जैसे: निवेश में होने वाले के खर्च, सरकारी खर्च आदि की सारी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
इससे Investors को अर्थव्यवस्था की स्थिति का अंदाजा लगाकर अपने portfolio को मजबूत करने में सहायता मिलती है।
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GDP के फायदे
Consumer को अधिक वस्तुओं और सेवाओं का आनंद लेने तथा Perfect जीवन जीने के लिए सक्षम बनाता है।
अधिक Production और Positive आर्थिक विकास के साथ, देश में कंपनियां अधिक रोजगार पैदा करती है।
बढे हुए Tax के साथ सरकार Public Services जैसे National Highway और Education पर अधिक खर्च कर सकती है जिससे देश का काफी विकास हो सकता है।
इसके द्वारा कंपनियाँ अपनी भविष्य की मांग को पूरा करने के लिए Invest करने के लिए प्रोत्साहित रहती है उच्च निवेश भविष्य के आर्थिक वृद्धि को बढ़ाता है।
सर्वोच्च GDP दर
सबसे अधिक GDP दर वाले देशों में अमेरिका सबसे पहले और चीन दूसरे नंबर पर आता है। अमेरिका की Nominal GDP का आकार 20.49 Trillion Dollar है। दूसरे नंबर पर चीन (13.4 Trillion Dollar), तीसरे नंबर पर जापान (4.97 Trillion Dollar) और चौथे नंबर पर जर्मनी (4.00 Trillion Dollar) है।
भारत की अनुमानित GDP दर
संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुसार साल 2022 के लिए भारत की अनुमानित GDP Growth Rate 6.7% से घटकर 4.6 फीसदी रह गई है।
Financial Year 2022 के लिए सरकार की अनुमानित GDP Growth Rate 9.2 % है, जोकि RBI के अनुमान से कम है।
संक्षेप में, GDP एक निश्चित अवधि में देश में उत्पादित सभी वस्तुओं, उत्पादों और सेवाओं का कुल बाजार मूल्य है। इसका उपयोग किसी अर्थव्यवस्था के आकार और संपूर्ण विकास या किसी देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है।
जिस देश की GDP अच्छी होती है उसे विकसित देश माना जाता है। ऐसा अनुमान है कि 2050 तक दुनिया की GDP हर साल औसतन 2.5% की रफ्तार से बढ़ेगी।
FAQs
भारत की GDP क्या है ?
अभी हाल ही में भारत की GDP का आंकड़ा NSO ने बताया है जिसके मुताबिक भारत की GDP 2022 में 147.54 लाख करोड़ है और यह पिछले वर्ष के मुकाबले 9.2% ज्यादा है।
क्या किसी देश की GDP हमेशा एक जैसी रहती है?
नहीं, देश की GDP हालात के अनुसार गति बढ़ती रहती है।
GDP का घटना बढ़ना किस और संकेत करता है?
बढ़ती हुईं GDP देश के विकास की तरफ व घटती हुई GDP देश की गिरती हुई अर्थव्यवस्था की तरफ इशारा करती है।
आज आपने क्या सिखा
आज हमने इस आर्टिकल में GDP का फुल फॉर्म क्या है? GDP Full Form in Hindi विस्तार से discuss किया है ताकि आपको GDP meaning in hindi search करने की ज़रूरत न पड़े. अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया है तो कृपया हमें कमेंट्स के माध्यम से ज़रूर बताये.