डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें?

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें: क्या आप जानते है डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें यदि नहीं तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े, क्योंकि हम यहाँ आज डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के तरीके बता रहे है और साथ ही हम यहाँ आपको डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने की वैल्यू और फ़ायदे के बारे में भी बताएँगे।

दोस्तों डिस्टेंस लर्निंग की जरूरत खासतौर पर उन लोगों को होती है, जो 12वीं के बाद पढ़ाई करने में असमर्थ होते हैं ऐसे में जो बच्चे 12वीं के बाद जॉब के साथ साथ पढ़ाई करना चाहते हैं वे  घर बैठे डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। नीचे हमने इससे संबंधित और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी विस्तार से बताई है। डिस्टेंस लर्निंग के बारे में और विस्तार से जानते हैं

डिस्टेंस एजुकेशन का मतलब क्या है? Distance Education Meaning in Hindi

डिस्टेंस एजुकेशन का मतलब दूरस्थ शिक्षा होता है. इस एजुकेशन सिस्टम के अंदर डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कर रहे स्टूडेंट को रेगुलर कॉलेज आकर पढने की आवश्यकता नही है बल्कि वो या तो हफ्ते के कुछ दिन हे कॉलेज जाते है. कुछ डिस्टेंस लर्निंग संस्थानों में स्टूडेंट को केवल परीक्षा देने जाना होता है बाकि सारी तैयारी विद्यार्थी घर बैठे करते हैं.

ऑनलाइन क्लासेज की मदद से भी आप डिस्टेंस एजुकेशन प्राप्त कर सकते है.

डिस्टेंस लर्निंग क्या है?

12वीं के बाद जो विद्यार्थी रेगुलर क्लास करने में असमर्थ होते हैं,  वे डिस्टेंस लर्निंग का सहारा लेते हैं। डिस्टेंस लर्निंग को डिस्टेंस एजुकेशन भी कहा जाता है। यह पढ़ाई का एक ऐसा प्लेटफार्म है, जिसके माध्यम से आप घर बैठे ग्रेजुएशन की डिग्री या अन्य पढ़ाई कर सकते हैं।

डिस्टेंस लर्निंग में आपको रोजाना कॉलेज या यूनिवर्सिटी जाने की जरूरत नहीं होती इसके लिए आपको घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से ही रोजाना क्लासेस करने होते हैं और केवल परीक्षा देने के समय ही आपको एग्जाम सेंटर जाना होता है।

डिस्टेंस लर्निंग को हिंदी में दूरस्थ शिक्षा या मुक्त शिक्षा भी कहा जाता है, क्योंकि यहां से पढ़ाई करने के लिए छात्रों को रोजाना क्लासेस करने की जरूरत नहीं होती है। डिस्टेंस लर्निंग में विद्यार्थी उत्तर प्रदेश में रहकर दिल्ली के यूनिवर्सिटी से घर बैठकर अपनी  पढ़ाई पूरी कर सकता है। आइए अब जानते हैं,  डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें?

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें?

Distance learning se graduation kaise kare

यदि आप घर बैठकर या दूसरे जॉब करने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आप डिस्टेंस लर्निंग की मदद ले सकते हैं डिस्टेंस लर्निंग से अपनी पढ़ाई पूरी करने के दो तरीके हैं ऑनलाइन और ऑफलाइन जी हां आप इन दोनों ही माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं हम यहां आपको डिस्टेंस लर्निंग से पढ़ाई करने के दोनों तरीके बता रहे हैं

Online आवेदन

  • डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के लिए आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले तो आपको इंटरनेट पर कुछ ऐसे यूनिवर्सिटीज सर्च करने होंगे, जो डिस्टेंस लर्निंग की फैसिलिटी प्रोवाइड करते हैं और फिर उनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
  • उनके ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर जिस भी कोर्स को आप अपनी ग्रेजुएशन के लिए choose करना चाहते हैं, उस कोर्स के लिए आप एडमिशन फॉर्म भर सकते हैं या उसमें अप्लाई कर सकते हैं।
  • डिस्टेंस लर्निंग में एडमिशन करने के लिए या आवेदन करने के लिए आपको 12वीं की मार्कशीट, आधार कार्ड और पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत पड़ेगी।
  • फॉर्म fill-up करने के बाद इन डाक्यूमेंट्स (12वीं की मार्कशीट और पासपोर्ट साइज फोटो) को स्कैन करके फॉर्म में upload करे और फिर फॉर्म को फाइनल submit कर दें।

Offline आवेदन

  • डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के लिए यदि आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको उन यूनिवर्सिटी में जाना होगा जहां ऑफलाइन डिस्टेंस लर्निंग कोर्स की सुविधा दी जाती है।
  • उन कॉलेजेस में जाकर आप जिस विषय में ग्रेजुएशन करना चाहते हैं, उसका फॉर्म ले और फिर उसे ध्यान पूर्वक भरे।
  • ध्यान रहे फॉर्म में आपको पासपोर्ट साइज फोटो, 12वीं की मार्कशीट, आधार कार्ड और कुछ जरूरी डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होगी।
  • इन डाक्यूमेंट्स की जेरोक्स कॉपी आपको आपके फॉर्म के साथ अटैच करना है और फिर इसे कॉलेज के डिपार्टमेंट में सबमिट करना होगा।

डिस्टेंस लर्निंग से क्यों ग्रेजुएशन करनी चाहिए?

दरअसल बहुत सी ऐसी वजह होती है, जिसके कारण लोगों को डिस्टेंस लर्निंग का सहारा लेना पड़ता है और लेना भी चाहिए जैसे कि और जो लोग गांव या छोटे क्षेत्र में रहते हैं जहां से कॉलेज या यूनिवर्सिटी रोज आना जाना संभव नहीं है तो वे लोग इसके माध्यम से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं या वैसे लोग जो 12वीं के बाद जॉब करते हैं और उन्हें पढ़ाई करने का या कॉलेज जाने का समय नहीं होता है, तो वे लोग डिस्टेंस लर्निंग का सहारा ले सकते हैं और अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।

डिस्टेंस लर्निंग खासतौर पर उन लोगों के लिए वरदान साबित हुआ है, जो किसी कारणवश अपनी पढ़ाई छोड़ देते थे। लेकिन अब उनके पास डिस्टेंस लर्निंग का ऑप्शन है, जिसकी वजह से वह अपने पढ़ाई पूरी कर सकते हैं वह भी बिना कॉलेज और यूनिवर्सिटी जाए। हमें उम्मीद है की आपको समझ आ गया होगा की डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन किन को करनी चाहिए.

डिस्टेंस लर्निंग का उद्देश्य क्या है? 

डिस्टेंस लर्निंग उन स्टूडेंट्स के लिए अति लाभदायक है जो रेगुलर क्लास नही जा सकते. इसमें नौकरीपेशा लोग, दूरदराज़ में रहने वाले लोग शामिल होते है.

डिस्टेंस लर्निंग कोर्स का पाठ्यक्रम रेगुलर कोर्स के सामान ही होता है और अगर हम डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के बाद मिलने वाली डिग्री की बात करे तो वो भी रेगुलर कोर्स में मिलने वाली डिग्री जैसा ही होता है. इनमे कोई अंतर नही होता.

डिस्टेंस लर्निंग में किन कोर्स से ग्रेजुएशन कर सकते हैं?

डिस्टेंस लर्निंग एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां आपको हर तरह के कोर्स देखने को मिल जाएंगे। यदि आप B.A करना चाहते हैं तो आप यहाँ से अलग-अलग विषयों में B.A कर सकते हैं।

डिस्टेंस लर्निंग के द्वारा आप B.sc, B.com या M.com जैसे कोर्स भी कर सकते हैं। यहां तक कि आप MBS और BCA आदि कोर्स भी यहां से कर सकते हैं। सरल शब्दों में कहे तो आप आर्ट्स, साइंस या कॉमर्स किसी भी स्ट्रीम में यहां से ग्रेजुएट को हो सकते हैं। जैसे-

  • Bachelor of Science (BSc)
  • Bachelor of arts (BA)
  • Bachelor of commerce (B.Com)
  • Business management studies (BMC)
  • Bachelor of Education (B.Ed)
  • Bachelor of Computer Application (BCA)
  • Bachelor of Business Administration (B.Ed)
  • Bachelor of Pharmacy (B Pharma)
  • Bachelor in technology (BTech)
  • Management of business studies (MBA)
  • Master of Arts (MA)
  • Master of Commerce  (M.Com)
  • Master of Science (MSc)
  • Master in technology (MTech)

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने में कितनी फीस लगती है?

वैसे तो रेगुलर लर्निंग कोर्स की तुलना में डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने में fees थोड़ी कम लगती है। हालांकि अलग-अलग कॉलेज या यूनिवर्सिटी से कोर्स करने की fees अलग अलग होती हैं लेकिन यदि हम एवरेज फीस की बात करें।

जैसे यदि आप अच्छे शहर से या अच्छी जगह से डिस्टेंस लर्निंग या डिस्टेंस कोर्स करते हैं। तो वहां की बैचलर डिग्री की फीस तकरीबन 10,000 से ₹15000 लगती है।

यदि आप नॉर्मल स्ट्रीम से ग्रेजुएशन करते हैं जैसे कि BA, B.com, BSc आदि करते से तो आपको इतना शुल्क लगेगा। लेकिन यदि आप कोई प्रोफेशनल कोर्स से ग्रेजुएशन करते हैं जैसे BBA, BCA, BMMS, B.Ed आदि तो यहां की एवरेज fees आपको लगभग 700,00 से 80,000 तक लगेगी।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने की मान्यता क्या है?

वैसे तो वर्तमान समय में लोग सोचते हैं, कि डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने वाले लोगों की कोई वैल्यू नहीं होती, उन्हें ज्यादा सम्मान नहीं मिलता है, उन्हें जॉब्स के ऑफर नहीं मिलते है आदि। लेकिन दोस्तों ऐसा बिल्कुल नहीं है दोनों ही तरह से ग्रेजुएशन करने की मान्यता बराबर है, दोनों को बराबर दर्जा दिया जाता है

यदि  किसी जॉब वैकेंसी के लिए जाते हैं तो उतनी ही मान्यता एक डिस्टेंस लर्निंग से पढ़ाई करने वाले उम्मीदवार को दी जाती है, जितनी कि एक रेगुलर एजुकेशन से ग्रेजुएट होने वाले उम्मीदवार को। और दोनों ही शिक्षा एक साथ और एक ही समय पर पूरी होती है यदि रेगुलर ग्रेजुएशन 3 साल का होता है तो डिस्टेंस लर्निंग से भी 3 साल में ही ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त होती है।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएट होने के फायदे

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के बहुत सारे फायदे हैं जिनके बारे में हम नीचे आपको बता रहे हैं। जैसे कि –

  • डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से आप अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री घर बैठे हासिल कर सकते हैं।
  • डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है यानी कि आप कभी भी किसी भी उम्र में अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर सकते हैं।
  • डिस्टेंस लर्निंग की फीस कम होती है, आम कॉलेज या यूनिवर्सिटी की तुलना में।  यानी कि आप कम पैसों में अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर सकते हैं।
  • यदि  आप किसी वजह से अपनी पढ़ाई छोड़ चुके हैं और काफी उम्र हो गई है, तो उसके बावजूद आप यहाँ से ग्रेजुएशन कर सकते हैं यानी कि 45 – 50 की उम्र में भी यदि आप चाहें तो यहां से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।
  • यदि आप कोई जॉब कर रहे हैं या आप कोई गांव में रह रहे हैं, जहां से कॉलेज रोजाना आना जाना काफी मुश्किल है तो ऐसी  स्थिति में डिस्टेंस लर्निंग सबसे बेस्ट ऑप्शन होता है।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएट होने के नुकसान

ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि डिस्टेंस लर्निंग के केवल फायदे हैं जी हां डिस्टेंस लर्निंग के कुछ नुकसान भी है इनके बारे में हम आपको यहां पर अब बता रहे हैं जैसे –

  • डिस्टेंस लर्निंग से पढ़ने वाले स्टूडेंट्स कभी भी अपने डाउट्स को क्लियर नहीं कर पाते हैं। चूँकि रेगुलर क्लासेस नहीं होते हैं,  इसलिए वे किसी भी तरह के प्रश्न या डाउट्स अपने टीचर से नहीं पूछ पाते।
  • रोजाना क्लासेज ना होने की वजह से डिस्टेंस लर्निंग में पढ़ाई बहुत अच्छी नहीं हो पाती है, जिस वजह से छात्रों को जानकारी या नॉलेज का अभाव होता है।
  • डिस्टेंस लर्निंग में स्टूडेंट्स का फोकस नहीं होता, क्योंकि वह पढ़ाई के साथ अन्य कार्यों में भी व्यस्त रहते हैं और यहां कोई क्लास टेस्ट वगैरह भी नहीं होता है जिस वजह से स्टूडेंट फोकस नहीं कर पाते।
  • डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से स्टूडेंट को केवल ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त हो पाती है क्योंकि यहां से पढ़ने वालों को ज्ञान की कमी होती है। यहां शिक्षक भी स्टूडेंट पर ज्यादा ध्यान नहीं देते।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के लिए बेस्ट कॉलेज

वर्तमान समय में डिस्टेंस लर्निंग का क्रेज विद्यार्थियों में अधिक देखने को मिल रहा है, क्योंकि लोग इसके माध्यम से घर बैठे अपनी पढ़ाई कंप्लीट कर पा रहे हैं, ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर ले रहे हैं। भारत में ऐसे कई बेहतरीन यूनिवर्सिटीज है, जो डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम प्रोवाइड करते हैं जिनमें से कुछ बेहतरीन कॉलेजेस के नाम हम नीचे बता रहे हैं। जैसे कि –

  • Dr BR Ambedkar Open University
  • Netaji Subhas Open University
  • Madras University
  • Indira Gandhi National Open University
  • Sikkim Manipal University
  • Symbiosis Centre for distance learning
  • IMT distance and open learning Institute
  • Delhi University
  • Maharshi Dayanand University
  • Tamilnadu Open University
  • Karnataka State Open University
  • Yashwantrao Chavan Maharashtra University

FAQ

आप जीवन में कितनी बार ग्रेजुएशन कर सकते हैं?

ग्रेजुएशन करने की कोई तय सीमा नहीं है यानी कि आप जीवन में जितनी मर्जी उतनी बार ग्रेजुएट हो सकते हैं लेकिन आपको हर बार अलग विषय का चयन करना होगा।

क्या डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करना बेहतर विकल्प है?

जी हां बिल्कुल यदि आप जॉब करते हैं या आप रोजाना कॉलेज जाने में असमर्थ है तो आप बिल्कुल डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।

कौन लोग डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कर सकता है?

12वीं पास कोई भी विद्यार्थी डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कर सकता है।

क्या डिस्टेंस लर्निंग के लिए कॉलेज में रेगुलर जाना होता है? 

नही ये ज़रूरी नही है. लेकिन कुछ कॉलेज में आपको सप्ताह में एक या दो दिन क्लास करने जाना पद सकता है.

डिस्टेंस एजुकेशन को हिंदी में क्या कहते हैं?

डिस्टेंस एजुकेशन को हिंदी में दूरस्थ शिक्षा कहते हैं.

निष्कर्ष

आज का यह लेख डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें यहीं पर समाप्त होता है,  उम्मीद करते हैं कि आज के इस लेख में दी गई यह महत्वपूर्ण जानकारी आपको अच्छी तरह से समझ आ गई होगी।

लेकिन इसके बावजूद यदि आपको इस विषय से संबंधित और अधिक जानकारी चाहिए या इससे संबंधित कोई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछना चाहते हैं, तो आप नीचे कमेंट के माध्यम से अपनी बात हमें बता सकते हैं।

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