पीसीएस का फुल फॉर्म क्या होता है | PCS कैसे बनते है पाए पूरी जानकारी

आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है की पीसीएस फुल फॉर्म इन हिंदी – PCS Full Form in Hindi, मतलब पीसीएस का फुल फॉर्म क्या है साथ ही हम आपको पीसीएस से जुड़े कुछ ज़रूरी और रोचक तथ्य जैसे पीसीएस बनते कैसे है ये भी बताएँगे ताकि आपको पीसीएस से जुडी सारी जानकारी प्राप्त हो सके.

आइए हम आपको इस लेख में पीसीएस की परीक्षा के बारे में बहुत सारी महत्वपूर्ण और रोचक जानकारियां उपलब्ध कराएं। जिसमें हम आपको पीसीएस का फुल फॉर्म, पीसीएस के तहत आने वाले विभिन्न पदों, पीसीएस के लिए पात्रता, पीसीएस में होने वाले एग्जाम में कितने चरण होते हैं, आवश्यक डाक्यूमेंट्स और पीसीएस अधिकारियों के क्या कार्य होते हैं.

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पीसीएस का फुल फॉर्म क्या है – PCS Full Form In Hindi

PCS Full Form In Hindi

पीसीएस की फुल होती है प्रांतीय लोक सेवा (Provincial Civil Services). ये भारत के सबसे बड़े और पावरफुल पदों में से एक है.

PCS full form in HindiProvincial Civil Services
पीसीएस का फुल फॉर्म क्या हैप्रांतीय लोक सेवा

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हिंदी में पीसीएस का मतलब क्या है? – PCS Meaning In Hindi

हिंदी में पीसीएस का मतलब प्रांतीय लोक सेवा होता है.

चलिए अब पीसीएस से जुड़े कुछ ज़रूरी और रोचक जानकारी प्राप्त करते है.

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पीसीएस का परिचय (पीसीएस क्या होता है?)

राज्य सरकार के अधीन सर्वोच्च प्रशासनिक पद पीसीएस का होता है। यह राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित किया जाता है। यद्यपि कुछ राज्यों में इस परीक्षा को अन्य राज्य के छात्रों के लिए भी खोल दिया जाता है। वहीं कुछ राज्यों में यह परीक्षा केवल उसी राज्य के छात्र दे पाते हैं।

इस परीक्षा के लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सामान्यता प्रतिवर्ष पीसीएस के माध्यम से 600-700 पोस्ट में आती हैं।जबकि इसमें आवेदन करने वालों की संख्या 5-6 लाख में होती है।

पीसीएस के तहत आने वाले प्रमुख पद कौन-कौन से हैं? पीसीएस की परीक्षा में अनेक पदों को शामिल किया जाता है। इस परीक्षा को पास करके आप अनेक प्रतिष्ठित पद जैसे -एसडीएम, नायब तहसीलदार ,डीएसपी, फूड और मार्केटिंग इंस्पेक्टर, कमर्शियल टैक्स ऑफीसर ,एआरटीओ, सेवायोजन अधिकारी, ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर तथा अन्य जिला के लेबल के अधिकारी बन सकते हैं।

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पीसीएस बनते कैसे है?

यह परीक्षा कड़ी मेहनत, लगन, साथ ही साथ धैर्य पूर्वक निरंतर प्रयासरत रहने से पास की जा सकती है। हर वर्ष होने वाली यह परीक्षा  को पूरे भारत के लाखों छात्र द्वारा दिया जाता है।लेकिन इस परीक्षा में महज कुछ लोग ही पास कर पाते हैं।

पीसीएस अधिकारियों के कार्य क्या है?

किसी भी राज्य की सबसे सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा होने के नाते यह पद अपने आप में एक महत्वपूर्ण तथा जिम्मेदारी से भरा पद है। इस पद पर रहते हुए पीसीएस अधिकारी उन सारे कार्यों को करते हैं।जो कि सरकारी योजना के माध्यम से क्षेत्र के विकास के लिए उन्हें समय-समय पर सौंपे जाते हैं।इस पद के माध्यम से ना केवल आप समाज में एक प्रतिष्ठित स्थान प्राप्त कर सकते हैं। बल्कि समाज में रहकर के समाज के लिए एक बेहतरीन कार्य भी कर सकते हैं।

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पी सी एस की तैयारी कब और कैसे शुरू करें?

यदि आप पीसीएस की तैयारी के बारे में सोच रहे हैं। तो हम आपको यही सलाह देंगे, कि जैसा कि आपको पता है,कि पीसीएस की परीक्षा के लिए निम्नतम ग्रेजुएशन की डिग्री होनी आवश्यक है। इसलिए आप अपने ग्रेजुएशन के प्रथम या द्वितीय वर्ष से ही तैयारी प्रारंभ कर दें, तो बेहतर रहेगा। ताकि जैसे ही आपका ग्रेजुएशन कंप्लीट हो आप इतने तैयार हो की इस परीक्षा को पास करें और सफलता प्राप्त कर सकें।इसके लिये आप खुद से ही तैयारी कर सकते हैं। और आपके पास दूसरा विकल्प यह है, कि आप किसी कोचिंग का सहारा लेकर के तैयारी प्रारंभ कर दें।

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पीसीएस के एग्जाम्स में कितने चरण होते हैं?

राज्य स्तर की सर्वोच्च सेवा एग्जाम में कुल 3 चरण होते हैं। जिसमें पहला चरण प्री का होता है। दूसरा चरण मुख्य परीक्षा की  होती है। और सबसे अंत में इंटरव्यू होता है।

प्रारंभिक परीक्षा

प्रारंभिक परीक्षा एक तरह से छटनी होती है। क्योंकि राज्य भर के लाखों छात्र प्रारंभिक परीक्षा में भाग लेते हैं। इस परीक्षा के माध्यम से तकरीबन 13 गुना बच्चों को पद के सापेक्ष पास करवाया जाता है।

मुख्य परीक्षा

पीसीएस परीक्षा का दूसरा चरण मुख्य परीक्षा है। जिसमें प्रारम्भिक परीक्षा पास किए गए छात्रों की लिखित परीक्षा ली जाती है। और इसमें पद के सापेक्ष 3 गुना लोगों को पास कराकर इंटरव्यू के लिए भेजा जाता है।

इंटरव्यू

पीसीएस के परीक्षा का सबसे अंतिम का चरण इंटरव्यू होता है।इसमें आपको बोर्ड मेंबर के सामने उनके प्रश्नों का उत्तर मौखिक रूप से  देना पड़ता है। इस परीक्षा के माध्यम से छात्र का व्यक्तित्व परीक्षण, मानसिक योग्यता परीक्षण,तार्किक विश्लेषण परीक्षण,ज्ञान,त्वरित निर्णय लेने की क्षमता आदि का परीक्षण किया जाता है। इंटरव्यू की परीक्षा पास करने के बाद आप राज्य की सर्वोच्च सेवा के लिए पात्र हो जाते हैं।

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पीसीएस के एग्जाम में कितने पेपर होते हैं?

 यदि आप पीसीएस का एग्जाम देने के बारे में सोच रहे हैं। तो आपके मन में यह बात अवश्य आ रही होगा, कि पीसीएस के एग्जाम में कितने पेपर होते हैं? तो आइए हम आपको बताएं कि पीसीएस के एग्जाम में कितने पेपर होते हैं…

  • प्रारंभिक परीक्षा में आपको दो पेपर देने पड़ते हैं।दोनों ही ऑब्जेक्टिव होते हैं। जिसमें पहला पेपर सामान्य अध्ययन का होता है। तथा दूसरा पेपर सीसैट का होता है।सीसैट का पेपर केवल पास करना जरूरी होता है। इसके अंक आपके टोटल अंक में नहीं जुड़ता है।
  • मुख्य परीक्षा में आपको कुल 8 पेपर देने होते हैं। जिसमें से चार पेपर सामान्य अध्ययन के होते हैं। दो पेपर आपके वैकल्पिक विषय का होता है। एक पेपर हिंदी काहोता है। तथा एक पेपर निबंध का होता है। यह सभी पेपर आपको लिखित में देने होते हैं।
  • यदि आप मेंस की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं, तो आपका अगला पड़ाव इंटरव्यू का होता है। जिसमें आपको बोर्ड मेंबर के सामने उनके मौखिक प्रश्नों का उत्तर देना पड़ता है।

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पीसीएस के एग्जाम के लिए पात्रता क्या है?

यदि आप पीसीएस की परीक्षा देने के बारे में सोच रहे हैं। हम आपको बता दें कि पीसीएस की परीक्षा देने के लिए क्या पात्रता होती है।

  •  पहली और प्रमुख पात्रता यह है, कि आपको किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से स्नातक होना आवश्यक है। यहां पर हम आपको एक बात स्पष्ट कर दे इसके लिए कोई निम्नतम कटऑफ निर्धारण नहीं किया गया है।
  • कुछ राज्यों में प्रावधान है कि पीसीएस का एग्जाम देने के लिए छात्रों को वही का निवासी होना चाहिए। लेकिन कुछ राज्य में इससे छूट भी मिली हुई है।
  • किसी विशेष पोस्ट के लिए अलग से विषय की योग्यता अनिवार्य भी किया जा सकता है। जैसे कि विधि स्नातक, कृषि स्नातक के लिए अलग से पोस्ट कभी-कभी आती रहती हैं।
  • साथ ही कुछ पोस्ट जैसे- डिस्टिक बेसिक शिक्षा अधिकारी के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन का होना आवश्यक होता है।

पीसीएस के एग्जाम के समय आवेदन हेतु कौन कौन से दस्तावेज जरूरी होते हैं?

पीसीएस की परीक्षा आवेदन करने की सोच रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि आवेदन के समय कौन कौन से दस्तावेज चाहिए होते हैं …

  •  प्रारंभिकपरीक्षा के समय सामान्यता आपको किसी विशेष दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होती है। यहां पर आपको केवल अपनी नवीनतम फोटो और आपके हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी ऑनलाइन अपलोड करनी पड़ती है।
  • मुख्य परीक्षा के समय आपको एक फॉर्म भरना पड़ता है। किस में आपके बारे में डिटेल से जानकारी ली जाती है। इस समय आपको अपना जाति प्रमाण पत्र ,निवास प्रमाण पत्र ,शैक्षिक योग्यता के लिए दसवी कक्षा उत्तीर्ण करने की मार्कशीट,ग्रेजुएशन की मार्क्सशीट तथा प्रमाण पत्र लगाना आवश्यक हो जाता है।इसके अलावा यदि आप किसी अन्य आरक्षण का दावा कर रहे होते हैं, तो उसका भी प्रमाण पत्र आपको लगाना पड़ता है।
  • आप मुख्य परीक्षा पास कर इंटरव्यू देने जा रहे हैं, तो हम आपको बता दें, कि आप द्वारा मुख्य परीक्षा के  टाइम फॉर्म भरते समय उपलब्ध कराई गई थी। सारी जानकारियों के विषय में आपको साक्ष्य प्रस्तुत करना पड़ता है। इसके लिए आपको सारे प्रमाण पत्रों की हार्ड कॉपी अपने नवीनतम फोटोग्राफ्स साथ उपलब्ध कराना पड़ेगा।साथ ही साथ यदि  सरकारी विभाग में कार्यरत हैं, तो  विभाग द्वारा निर्गत किया गया अनापत्ति प्रमाण पत्र आपको उपलब्ध कराना पड़ेगा।

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पीसीएस के एग्जाम में कितने अटेम्प्ट तक परीक्षा दे सकते हैं?

यदि आप पीसीएस की परीक्षा में कितने अटेम्प्ट होते हैं, इसके विषय में जानना चाहते हैं।तो हम आपको बता दें पीसीएस में परीक्षा की संख्या अटेम्ट नही, आयु से निर्धारित होती है। यदि छात्र सामान्य जाति का है, तो वह 40 वर्ष तक कभी भी एग्जाम दे सकता है।वहीं यदि छात्र ओबीसी का है, तो वह 43 साल की उम्र तक एग्जाम दे सकता है। जबकि एक अनुसूचित जाति औरअनुसूचित जनजाति का छात्र 45 साल की उम्र तक पीसीएस की परीक्षा में भाग ले सकता है।

यदि कोई दिव्यांग छात्र पीसीएस की परीक्षा में भाग लेना चाहता है। तो यदि वह सामान्य वर्ग का है, तो वह 55 वर्ष। तक ओबीसी का है, तो वह 58 वर्ष तक। और यदि छात्र अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति का है, तो वह 60 वर्ष तक भी परीक्षा दे सकता है। वही हम आपको बता दें कि यदि कोई बालक राज्य स्तर का खिलाड़ी या राज्य कर्मचारी हो तो उसे भी जातिगत छूट के अलावा 5 वर्ष की छूट दी जाती है।

पीसीएस के एग्जाम संबंधी अन्य महत्वपूर्ण बातें-

  •  पीसीएस का पद राज्य में प्रशासनिक सेवा में सर्वोच्च पद होता है। पीसीएस का एग्जाम राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित किया जाता है।
  • एग्जाम प्राया हर वर्ष आयोजित किया जाता है।
  • एग्जाम के माध्यम से चयनित अधिकारियों का ट्रांसफर एक राज्य से दूसरे राज्य में नहीं होता है। अर्थात  इस एग्जाम के माध्यम से चुने गए अधिकारी को आजीवन उसी राज्य में कार्य करना होता है, जहां से उसने चयन लिया हुआ हो।
  • पीसीएस अभिकारी प्रमोशन के जरिये आईएस भी बन सकता है।

आज आपने क्या सिखा

दोस्तों हमें उम्मीद है की आपको हमारा ये आर्टिकल पीसीएस फुल फॉर्म इन हिंदी – PCS full form in Hindi अच्छा लगा होगा. यहाँ हमने पीसीएस की फुल फॉर्म के साथ पीसीएस से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा की है.

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